पिकाचे /वाणाचे नाव |
अधिसुचित संस्था |
प्रसारित वर्ष |
बियाणे मात्रा (किलो/ हेक्टर) |
कालावधी (दिवस) |
वाणांचे गुणधर्म |
उत्पादन (क्विंटल/ हेक्टर) |
सीएसएच-३५ (एसपीएच-१७०५) |
डॉ. पं. दे. कृ. वि., अकोला |
२०१६ |
१० |
१०० ते ११० |
अधिक उत्पादन देणारे वाण, भाकरीची प्रत उत्तम. |
४२ ते ४५ |
एसपीएच-१६३५ |
डॉ. पं. दे. कृ. वि., अकोला |
२०१५ |
१० |
११० ते ११५ |
झाडाची उंची सरासरी २१० ते २१५ सें.मी., दाण्याचा रंग मोत्यासारखा (पांढरा). |
४५ ते ५० |
सीएसएच-३० (एसपीएच-१६५५) |
डॉ. पं. दे. कृ. वि., अकोला |
२०१३ |
१० |
१०० ते १०५ |
धान्य व चारा दोन्ही करीता योग्य, भरघोस उत्पादन, बहुरोग प्रतिकारक्षम. |
43 |
महाबीज-७ |
महाबीज, अकोला |
२००० |
१० |
१०० ते ११० |
सरळ उभी वाढ, पानांचा रंग हिरवट, गोलाकार मोत्यासारखा पांढरा चमकदार दाणा, लवकर पेरणीस उपयुक्त. |
४७ ते ५२ |
सीएसएच-१४ (एसपीएच-४६८) |
डॉ. पं. दे. कृ. वि., अकोला |
१९९० |
१० |
१०३ ते १०५ |
कणीस वरच्या टोकाला लांब दंडगोलाकार, दाण्यांचा आकार गोलाकार, बियांचा आकार मध्यम, न लोळणारा वाण. |
४५ ते ४८ |
सीएसएच-९ |
आय.आय.एम. आर., हैद्राबाद |
१९८१ |
१० |
११० ते १२० |
कणीसाचा आकार लंबवर्तुळाकार, लांबीला मध्यम, रसाळ आणि पानांचे आवरण पूर्णपणे बंद. न लोळणारा वाण. |
४० ते ४२ |
भाग्यलक्ष्मी-२९६ |
इक्रीसॅट, हैद्राबाद |
-- |
१० |
१०५ ते ११० |
पांढरे टपोरे मोठे दाणे, सरळ उभी वाढ. |
४८ ते ५० |